करो भलाई
मीठा - मीठा बोल के ,मन सबका ललचाय ,
मगर नियत खराब हो ,तो बुरा वो कर -कर जाय ,
बुरा वो कर जाय ,तो उससे दूर रहो ,
उसी के कारण तुम किसी ,मुश्किल में ही फँस जायँ ||
कड़वा बोले जो कोई ,बुरा वो लगता जाय ,
मगर नियत का साफ हो ,अच्छा वो कर जाय ,
अच्छा वो कर जाय ,उसे संग ही राखो ,
उसी के कारण तुम सभी ,मुश्किल से वापस आय ||
करते रहो भलाई तुम ,जो तुमसे हो पाय ,
उस भलाई से ही , मदद काहू की हो जाय ,
मदद काहू की हो जाय ,तुम्हारा भी अच्छा हो ,
उस जरूरत मंद की ,दुआ तो तुम ही पायँ ||
दो मुस्कान किसी को ,मन उसका खिल जाय ,
दोगे जो मुस्कान जो ,तेरा मन भी खिल जाय ,
तेरा मन खिल जाय ,तो खुशियाँ मिलेंगी सबको ,
ऐसे में तो जग में ,सबकी खुशियाँ खिल जायँ ||
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