Thursday, October 3, 2024

KARO BHALAAI ( KSHANIKAA )

 

                           करो  भलाई


मीठा - मीठा बोल के ,मन सबका ललचाय ,

मगर नियत खराब हो ,तो बुरा वो कर -कर जाय ,

बुरा वो कर जाय ,तो उससे दूर रहो ,

उसी के कारण तुम किसी ,मुश्किल में ही फँस जायँ  ||


कड़वा बोले जो कोई ,बुरा वो लगता जाय ,

मगर नियत का साफ हो ,अच्छा वो कर जाय ,

अच्छा वो कर जाय ,उसे संग ही राखो ,

उसी के कारण तुम सभी ,मुश्किल से वापस आय || 


करते रहो भलाई तुम ,जो तुमसे हो पाय ,

उस भलाई से ही , मदद काहू की हो जाय ,

मदद काहू की हो जाय ,तुम्हारा भी अच्छा हो ,

उस जरूरत मंद की ,दुआ तो तुम ही पायँ  || 


दो मुस्कान किसी को ,मन उसका खिल जाय ,

दोगे जो मुस्कान जो ,तेरा मन भी खिल जाय ,

तेरा मन खिल जाय ,तो खुशियाँ मिलेंगी सबको ,

ऐसे में तो जग में ,सबकी खुशियाँ खिल जायँ ||

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