Monday, October 7, 2024

REET GAYAA ( JIVAN )

 

                         रीत गया 


जो बीत गया ,वो रीत गया ,जो है शेष ,वही विशेष ,

भूत काल में किए कर्मों को ,हम बदल नहीं सकते ,

दोस्तों ,मगर आने वाले कल ,यानि भविष्य  में ,

हम वही कर सकते हैं ,जो हम करना चाहते थे ,

दोस्तों ,इसलिए जो है शेष ,वही विशेष || 


मुस्कानें बाँटना ,खुद को भी मुस्काता है ,

खुशियाँ बाँटना ,खुद को भी खुश करता है ,

इसलिए लाओ ,अपने होठों पर मुस्कान ,

और भर दो ,दूसरों की भी खान || 


रंगों से भर दो ,अपने बनाए चित्रों को ,

चित्र बोल उठेंगे ,और आप भी मुस्कुरा उठोगे ,

तो दोस्तों यही  है ,मुस्कानें बाँटने का तरीका ,

दूसरों को खुश करने का तरीका ,

खुद भी खुश होने का तरीका || 


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