उम्मीद बड़ी सी
चाह में मंजिल की , उम्मीदों से ,
बँधा एक परिंदा हूँ मैं दोस्तों ,
राह में कितनी भी मुश्किलें आएँ ,
उम्मीदों को दिल में लिए एक परिंदा ||
मेरी उड़ान की डोर का नाम है उम्मीद ,
मेरी जिद की उड़ान है उम्मीद ,
जिंदगी है उम्मीदों का दूसरा नाम ,
और जिंदगी का दूसरा नाम है उम्मीद ||
उम्मीद के घोड़े पर सवार होकर ,
आशाओं की लगाम पकड़े ,
बढ़ते रहे हम मंजिल की ओर ,
मंजिल का दूसरा नाम ही तो है उम्मीद ||
मंजिल के मिलते ही ,सब रुक गए ,
मगर यह तो गलत है दोस्तों ,
मंजिलों को पार करके आगे बढ़ना ,
ही तो बड़ी सी उम्मीद है ना दोस्तों ||
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