साथ बदरा का
मेरे प्यारे बदरा दोस्त ,पवन संग उड़ता चल ,
हर जगह ,हर राह पर ,पानी प्यार का बरसाता चल ||
तेरे शीतल जल से ,तपन दूर हो धरती की ,
धरती प्यार भरी वाणी में ,स्वागत उसका करती सी ||
हरी - भरी धरती चहकी ,बदरा ने खूब बरसाया जल ,
धरती ने ही इस मौसम में ,खूब - खूब पाया जल ||
जन -जीवन फूलेगा - फलेगा ,पाएगा शीतल जल ,
बदरा को देगा धन्यवाद ,देने पर शीतल जल ||
बदरा भी पवन संग झूमेगा ,पाकर उसका साथ ,
पवन भी बह चलेगी ,पाकर बदरा का साथ ||
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