Monday, October 21, 2024

NEELKANTH ( AADHYAATMIK )

 

                             नीलकंठ 


जय -जय ,जय -जय ,हे शिव शंकर ,

ये प्याला तेरे नाम का पिया ,

उतर आओ कैलाश से तुम ,

ये माँगे सभी का जिया || 

 

सभी जन हैं माँगते ,तुम्हारा ही आशीष ,

तुम्हारे ही संग -संग सबने ,

गौरा का भी नाम लिया || 


सब ही तुम्हारा नाम पुकारें ,

भक्ति -रस में डूब ही जाएँ ,

हर ओर शंकर तुम्हारे ही तो ,

नाम का घंटा बजा || 


दुनिया में जितना विष फैला ,

तुमने ही  विषपान किया ,

तभी तो जग वालों ने तुमको ,

नीलकंठ है नाम दिया ||




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