गलत या सही
चलते - चलते टकराए हम किसी से ,
कुछ समय बाद भी ,हम उसे समझ ना पाए ,
जब समझे तो लगा ,वह गलत था ,
गलत से मिलने पर पता लगा ,सही की कीमत का ||
किसी भी गलती के बाद ही तो ,
समझ में आता है ,सही कैसे होगा ?
तो दोस्तों ,गलतियाँ करके भी अगर ,
सही - गलत समझ में , आ जाएँ तो ,
यह गलती का ,अहसान है हम पर ,
सही रास्ता दिखाने के लिए ||
अब हम गलत और सही को चुन सकेंगे ,
दोनों में फर्क कर सकेंगे ,
अब सही को चुन सकेंगे ,
अब सही को अपना सकेंगे ||
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