Monday, February 27, 2023

DOST ANJAANE ( JIVAN )

 

                          दोस्त अनजाने

 

प्रतिलिपि के द्वारा जुड़े दोस्तों के नाम  | 


तुम भी थे अनजाने से ,हम भी थे अनजाने से ,

मगर अब बरसों बाद हुए ,जाने - पहचाने से | 


दोस्त बने तुम मेरे ,दोस्त हुई मैं तुम्हारी ,

मन के विचारों का हुआ लेन -देन ,

यही तो बना दोस्ती का धागा | 


नहीं मिलते जिस दिन हम तुमसे ,

लगता है सूना - सूना सा वो दिन हमको ,

यही तो सच्ची दोस्ती है दोस्तों | 


ऐसे ही मिलते रहिएगा दोस्तों ,

प्यार बनाए रखिएगा दोस्तों ,

ये धागा दोस्ती का टूटने ना पाए ,

जुड़ा रहे मजबूती से ,

हम अनजाने कभी थे ,

मगर अब तो जाने - पहचाने हैं दोस्तों |

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