उम्र समस्या की
जीवन नहीं कोई ऐसा ,समस्या ना जिसमें होय ,
हरेक समस्या की बंधु मेरे ,निश्चित उम्र ही होय |
अपनी उम्र गुज़ार के समस्या ख़त्म ही होय ,
नहीं कोई चिंता करो बंधु ,सब जन सुखी ही होय |
संकट की हर घड़ी में ,कोई तो थामे हाथ ,
हाथ थामने वाला बंधु ही ,देता है अपना साथ |
वही तो अपने जीवन में ,व्यक्ति विशेष बन जाय ,
संकट की हर घड़ी में ,वही तो याद आ जाय |
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