Wednesday, February 8, 2023

JANM GAANV KA ( KSHANIKA )

 

                         जन्म  गाँव का 


बनी जब दुनिया ,बने सागर -सागर ,

जीवन उपजा जिनमें ,मगर धीरे -धीरे ,

उपजे तब पेड़ धरा पर ,सभी धीरे -धीरे ,

और बने घने से ,जंगल -जंगल ,

बहुत लंबे से समय के बाद ,

बहुत से जीवों की रचना के बाद ,बना मानव | 


मिला उसे मस्तिष्क दोस्तों ,सोचने की शक्ति ,

और मुस्कुराहट का वरदान ,

जंगली जानवर से डरा मानव ,

जंगल की आग से डरा मानव | 


मगर एक डर -आग को उसने ,

क़ाबू कर ,अपना हथियार बनाया ,

और आग से जंगली जानवरों को डराया ,

एकत्रित हो समाज बनाया | 


नदिया के पास गाँव बसाए ,

साधारण से घर बनाए ,

जो उसे धूप और वर्षा से बचाते ,

खेतों में था अन्न उगाया ,

समाज में रहने के नियम और कानून बनाए ,

जो अधिक सोचता ,वही कानून बनाता ,

जो शक्तिशाली था ,वही मुखिया था | 


पहले गाँव छोटे थे ,फिर बड़े बने ,

जीवन था सादा ,खान -पान सादा ,

नियम -कानून सादे ,यही था ग्रामीण जीवन ,

आज के दिन से बहुत अलग ,बिल्कुल अलग | 


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