उजालों से
अँधेरे जब घिरते हैं ,दिल घबराने लगता है ,
अँधेरे को दूर करने के लिए ,
वो एक किरण को ढूँढता है |
मगर ढूँढने से तो ना किरण मिलती है ,
और ना ही अँधेरा दूर होता है |
ऐसे में जो संघर्षों की राह पर चलकर ,
अँधेरों को दूर करने की कोशिश करता है |
वही तो दोस्तों घने अंधकार को ,
चीरकर और सूरज बनकर निकलता है ,
पूरे संसार को उजालों से भर देता है |
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