Tuesday, February 21, 2023

GYAAN - E - PARISTHITI ( JIVAN )

 

                     ज्ञान -ए - परिथिति 


जहाँ पाठ सीखने को मिले ,वही पाठशाला है ,

जो हमें पाठ पढ़ाए ,वही गुरु है ,

पाठशाला और कॉलेज ,किताबी ज्ञान देते हैं ,

अध्यापक उसे समझाकर पढ़ा देते हैं | 


किताबी ज्ञान को तो दोस्तों ,

कुछ -कुछ भूल जाते हैं ,

परिस्थितियाँ जो ज्ञान देती हैं ,

उसे हम ता - उम्र भूल नहीं पाते हैं | 


परिस्थितियों द्वारा दिया गया ज्ञान ,

हमारे मस्तिष्क में छप जाता है ,

समान परिस्थितियों में वह ज्ञान ,

उभर आता है ,और हमारी मदद कर जाता है | 


No comments:

Post a Comment