ज्ञान -ए - परिथिति
जहाँ पाठ सीखने को मिले ,वही पाठशाला है ,
जो हमें पाठ पढ़ाए ,वही गुरु है ,
पाठशाला और कॉलेज ,किताबी ज्ञान देते हैं ,
अध्यापक उसे समझाकर पढ़ा देते हैं |
किताबी ज्ञान को तो दोस्तों ,
कुछ -कुछ भूल जाते हैं ,
परिस्थितियाँ जो ज्ञान देती हैं ,
उसे हम ता - उम्र भूल नहीं पाते हैं |
परिस्थितियों द्वारा दिया गया ज्ञान ,
हमारे मस्तिष्क में छप जाता है ,
समान परिस्थितियों में वह ज्ञान ,
उभर आता है ,और हमारी मदद कर जाता है |
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