आ वे आ
मेरे बचपन तू आ आ ,इस उम्र को ले जा ,
आ वे आ ,तैनूँ रब दा वास्ता,
छाईं काली घटा ,आईं ठंडी हवा ,
आ वे आ ,तैनूँ रब दा वास्ता ||
कितने मौसम बीत गए ? समय को पंख लग गए ,
जाने मेरे पैरों को कब ? पंख लगाएँ परियाँ ,
ऐसा जल्दी हो जाए ,कुछ देर ना लगा ,
आ वे आ ,तैनूँ रब दा वास्ता ||
बेरियाँ नुँ बेर लग गए ,वे तौबा ,
फूलों से झुक गईं डालियाँ ,
जाने मेरे बालों से कब ,बन पाएँगी दो चोटियाँ ,
लंबी - लंबी चोटी में ,तू परांदी तो लगा ,
आ वे आ ,तैनूँ रब दा वास्ता ||
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