Sunday, September 1, 2024

RATNAAKAR KAA JANM DIN ( RATNAAKAR )

 

                           रत्नाकर का जन्म दिन 


जन्म दिन आया ,रत्नाकर का ,मैं पहुँची सागर बीच ( किनारा ),

लहरों का मेला देख कर ,मैं पहुँची उनके बीच ( बीच में ) ,

लहरों ने जब देखा मुझको ,हाथ पकड़ ले चलीं ,

आओ सखि ! चलते हैं हम -तुम , रत्नाकर के घर || 


हम सब जब अंदर पहुँचे ,शोर मचा था अंदर ,

चंचल लहरें नाच रहीं थीं ,डूबी मस्ती में अंदर ,

हम सब मिल गए उन्हीं में , डूब मस्ती में अंदर || 


रत्नाकर सज -धज कर आया ,लगता था बहुत ही सुंदर ,

हैप्पी बर्थडे टू यू की गूँज में ,उठ खड़ा हुआ बवंडर ,

फिर आया केक दोस्तों ,कटा गया मुस्कानों में ,

बाँटा गया मुस्कानों में ,खाया गया मुस्कानों में || 


उपहार सभी ने दिए ,रत्नाकर था खुश - खुश ,

सभी से करते हुए बतियाँ ,नहीं किसी को रहने देता चुप ,

पार्टी में सभी  हो गए मस्त ,सभी हो गए मस्त || 


खाना -पीना ,डांस करना ,यही तो पार्टी थी ,

हम सब दोस्त खो गए ,लहरों की मस्ती में ,

चंचल लहरों को देख -देख ,हमारा मन भी चंचल था ,

और डांस के फर्श पर ,हम थिरकते गए ,हम थिरकते गए || 


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