हर पल जीवन ,हर पल मौत
सुना बहुत है दोस्तों ,जिंदगी एक बार मिलती है ,
नहीं ,नहीं दोस्तों ,जिंदगी तो रोज ही मिलती है ||
नींद से जागे हम ,वही नवजीवन है ,
गमले में बीज जो बोये ,नवांकुर निकले ,
जब पहला फूल खिला ,वही नवजीवन है ||
पहला गीत गुनगुनाया ,वही नवजीवन है ,
थिरकने को कदम बढ़ाया ,वही नवजीवन है ,
मत सोचो कि जिंदगी ,एक बार मिलती है ,
हर सुंदर पल में ,मिलता नवजीवन है ||
इसी तरह मौत भी दोस्तों ,बहुत बार मिलती है ,
अपनों ने जब दुत्कारा ,वही तो मौत है ,
अपनों ने जब धिक्कारा ,वही तो मौत है ,
रात को नींद आती है ,वह भी तो मौत है ,
जिस नींद में सपने ना हों ,वही तो मौत है ,
तो दोस्तों हर पल ही जीवन है ,हर पल ही मौत है ||
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