Sunday, September 29, 2024

UJAALON SE ( KSHANIKAA )

 

                                उजालों से 


हर किसी के घर में ,तुम जो ,

बिजली ना दे सको , तो क्या ? 

मिट्टी का दीया ही जला दो यारों ,

घर के अंधेरों को ,दूर कर दो यारों || 


दीया जलाने ,जब जाओगे तुम यारों ,

हाथ में दीये का उजाला ,

तुम्हें भी  उजाला देगा ,उसी उजाले से ,

तुम्हारा भी तो ,चेहरा चमकेगा यारों  || 


दूसरे के घर में ,दीया जलाना शुभ है ,

उनके घर उजाला फैला ,तो तुम्हारा भी तो ,

चेहरा चमक उठा है ,आँखें चमक उठीं हैं यारों || 


रुकना नहीं ,ऐसे ही चलते जाना यारों ,

जीवन सुंदर और सुन्दरतम  बना लो यारों ,

सभी के जीवन को ,उजालों से भर दो यारों || 


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