Wednesday, June 30, 2021

PAL YAAD KAA ( KSHANIKA )

 

        पल याद का

 

हर पल ,हर धड़कन ,

तेरे इंतजार में ,व्याकुल है ,

नजरें ,तेरे दीदार को ,आकुल हैं | 

 

भूला है तू हमें ,दूर जाकर ,

पर मेरा जीवन ,तेरी याद का ,एक पल है | 

 

आजा कि फैली हैं ,बाँहें तेरे लिए ,

और दिल तेरे लिए ,बेकल है | 


मौत खड़ी है ,पास मेरे पर ,

जीवन को है ,इंतजार तेरा ,

तू ना आया तो ,मौत के लिए ,

        केवल एक पल है | 


Tuesday, June 29, 2021

THII MAIN ( SMALL POEM )

 

       थी मैं 

 

सुबह बहुत हसीन थी ,

   शाम भी रंगीन थी ,

     चाँदनी रात थी ,

        पर मैं गमगीन थी | 

 

रंग था बिखरा हुआ ,

   हुस्न था निखरा हुआ ,

      सारा समां था महका हुआ ,

         पर मैं उदासीन थी | 

 

हर तरफ था कहकहा ,

   हर तरफ एक सिलसिला , 

       पर एक बदली ग़म की ,

           दिल में मेरे आसीन थी | 


रंगों से दूर थी मैं ,

   खुश्बुओं से दूर थी मैं ,

       जिसका खुशनसीबी नाम है ,

           उस शय से मैं दूर थी | 


Wednesday, June 23, 2021

SANNATA ( KSHANIKA )

 

                सन्नाटा 

 

रुके क़दमों की गूँज ,

    चलते क़दमों का सन्नाटा ,

          ना सुन पाए हम || 

 

तेरे दिल की धड़कन में तो क्या ?

    तेरी दुनिया में भी ,

        ना रह पाए हम || 

 

वफादार थे तेरे ,

     जो तेरी बेवफाई ,

         ना सह पाए हम || 

 

पर जिंदा रहने पर ,

    ये होंठ भी तो बैरी कुछ ,

         ना कह पाए हम || 

 

Monday, June 21, 2021

VAADAA ( GEET )

 

                  वादा 

 

तेरी आरजू से अलग ,जीवन में कुछ नहीं ,

तेरे प्यार के अलावा ,मेरे दिल में कुछ नहीं | 

 

मैं जो भूलना भी चाहूँ ,तो तुझे ना भूल पाऊँ ,

तेरी यादों की  छाया में ,इस जहां को भूल जाऊँ ,

तेरे सिवा मेरे दिल की ,महफ़िल में कुछ नहीं | 

 

मैं तो कल भी थी तुम्हारी ,और आज भी तुम्हारी ,

इस बात का यकीं लो ,रहूँगी सदा तुम्हारी ,

तेरे सिवा मेरे रस्ते की ,मंजिल में कुछ नहीं | 


TAMANNAA ( GEET )

 

                तमन्ना 

 

मेरे मीत ये मुबारक दिन यूँ ही ,

हर साल आए आता जाए ,

जब तक हैं चाँद - सितारे रोशन ,

ये दुआ की कली ना मुरझाए | 


मेरी उम्र भी लग जाए तुझे ,

मेरी मुस्कानों से तू मुस्काए ,

आए कोई ग़म जो तेरी राह में ,

खुदा के लिए वो मुझे मिल जाए | 


तेरी राह में हमेशा ,

खुशियों के फूल महकें,

और उनकी खुश्बुओं से ,

जीवन तेरा भर जाए | 


ये ही आस है मेरी ,मेरे हमदम ,

 ही दुआ ,तू मेरे मरने के बाद भी पाए ,

खुशियों से भरी ,जिंदगी में तू जो मुस्कुराए ,

मेरी हर तमन्ना ,तभी पूरी हो जाए | 


Saturday, June 19, 2021

JUNOON ( GEET )

          

                जुनूँ 

 

जब कभी तेरा नाम लेते हैं ,

जैसे हम इम्तहान देते हैं ,

मेरी बर्बादियों के अफ़साने ,

मेरे यारों के नाम लेते हैं | 

 

एक ही तो जुल्म है अपना ,

हम मुहब्बत से काम लेते हैं ,

मगर उनकी जफ़ा तो देखो ,

बे - मुरव्वत का नाम देते हैं | 

 

हर कदम पर गिरे मगर सीखा ,

कैसे गिरतों को थाम लेते हैं ? 

हम भटक कर जुनूँ की राहों में ,

अपने से इंतकाम लेते हैं | 

 

TAB BHI ( GEET )

 

                        तब भी 

 

खुशियों से भरा मौका ,यूँ बार -बार आए ,

जैसे कि गीत कोई ,हर बार नया गाए | 

 

जीवन की राह में तू ,आगे ही बढ़ता जाए ,

हर मोड़ पे तू एक नई ,सफलता को पाए | 

 

ये दिन तेरी ख़ुशी का ,हर बार यूँ ही आए ,

और मेरी आत्मा यूँ ही ,देती रहे दुआएँ | 

 

कल मैं नहीं रहूँगी ,सुनना मेरी सदाएँ ,

देती रहूँगी तब भी ,ये ही तुझे दुआएँ | 

 

GAE KAAHE ? ( CHANDRAMA )

 

गए काहे    (  चंद्रमा  )


प्रीतम की याद में तड़पे है मन ,

गए काहे को परदेस साजन ?

भूले हैं जीवन की खुशियों को हम ,

गए काहे को परदेस साजन ? 


दिन डूबा तो हँस दिया सूरज ,

चाँद भी मुस्काया ,हँसे सितारे ,

हँसते -हँसते ही तो रात का टूटा है दम ,

गए काहे को परदेस साजन ? 


भूल ना पाई मैं तेरी बातें ,

गुजरी जगते -जगते सारी रातें ,

तू ना आया बेदर्दी ,तड़पे कितने हम ?

गए काहे को परदेस साजन ?  


YAAD KE DEEPAK ( GEET )

 

     याद के दीपक

 

रंगीन पलों के साए में ,

    तेरी याद के दीपक जलते हैं ,

कोई भी ये ना जान सका ,

     दिल क्यूँ इस तरह मचलते हैं ?


जीवन की सूनी राहों पर ,

      हमसफ़र भी कोई मिल ना सका ,

फिर भी अनजाने में ही ,

      हम भी उस राह पे चलते हैं ? 


मिल जाता जो कोई राहों पर ,

     पा जाते प्यार किसी का हम ,

शायद तब जान पाते हम ,

      क्यूँ लोग इस तरह मरते हैं ? 


Thursday, June 17, 2021

MUSKURA DI ( PREM )

 

             मुस्कुरा दी 

 

तड़प जो दिल में तुमने बसा दी ,

                     तो मैं मुस्कुरा दी ,

जीने की हसरत भी तुमने मिटा दी ,

                      तो मैं मुस्कुरा दी | 


तेरी याद में हम जग को भूले ,

याद जो मेरी तुमने ही भुला दी ,

                  तो मैं मुस्कुरा दी | 


आईं बहारें पर तुम ना आए ,

फूल खिले पर दिल मुरझाए ,

हमने खिजां पे बहारें लुटा दीं ,

                   तो मैं मुस्कुरा दी | 


हमने तुमको जाना अपना ,

पर टूटा ये सपना अपना ,

तुमने तो हमारी हस्ती ही मिटा दी ,

                      तो मैं मुस्कुरा दी |

Wednesday, June 16, 2021

BAHAAREN ( GEET )

 

   बहारें

 

मेरे जीवन में आईं बहारें ,

खुशियाँ ही खुशियाँ लाई ,

ना कोई दर्द ,ना कोई ग़म ,

ना कोई है तनहाई | 


कोई किसी को प्यार करे तो ,

वो उसको ना मिल पाए ,

दुनिया वाले बीच में उनके ,

लाखों बाधाएँ लाएँ ,

मुझको वही हर शय मिली ,

जो मेरे मन को भाई | 


ग़म लिखे ना नसीब में ,

दर्द रहे किस्मत से दूर ,

मेरा कोई भी सपना ,

नहीं हुआ दुनिया से चूर ,

हर सपने की बात अधूरी ,

पूरी होकर सामने आई | 


ग़म से दूर दुनिया भागे ,

मैं खोजूँ ना उसका साथ ,

तड़प को कोई ना अपनाए ,

मैं चाहूँ मीठी तड़प का साथ ,

दर्द है क्या मैं ना जानूँ ,

ना जानूँ मैं तनहाई | 


CHALE AAO ( GEET )

 

                 चले आओ 

 

मुहब्बत लुटने से पहले ,चले आओ मेरे साजन ,

मेरा दम घुटने से पहले ,चले आओ मेरे साजन | 

 

सुनसान हैं राहें ,सूनी हैं सारी गलियाँ ,

खिलते नहीं हैं गुंचे ,चटकी नहीं हैं कलियाँ ,

गुलों के खिलने से पहले ,चले आओ मेरे साजन | 


अगर तू आज आ जाए ,तो फैले दिल में हरियाली ,

मेरा हर दिन दशहरा हो ,मेरी हर रात दीवाली ,

शमा के जलने से पहले ,चले आओ मेरे साजन | 


धुँआ दिल से उठा मेरे ,बरसते नैनों के बादल ,

है जल के राख हुआ दिल ,बहा नैनों से है काजल ,

कयामत आने से पहले ,चले आओ मेरे साजन | 


Monday, June 14, 2021

SWAASTHYA KE LIYE (GEET )

 

          स्वास्थ्य के लिए


चक्र समय का चले है भैया ,

जानें सब कुछ बाबा ,भैया ,

 सब दिन ना हों एक समान ,

रूप बदल कर चले जहां | 


मौसम बदले रूप अनेक ,

रुत आए ,रुत जाए एक ,

बदले रहना ,खाना ,पीना ,

बदले घूमना और पहनना | 


कभी गगन पर बदरा छाएँ ,

कभी रवि भैया कड़क हो जाएँ ,

कभी तो चाय ,पकौड़े खाएँ ,

कभी शर्बत ,आइसक्रीम हो जाएँ | 


आज तो मौसम महामारी का ,

कोरोना की जंग जारी का ,

मास्क ,नमस्ते ,बनाओ दूरी का ,

ऐसे में घर की दाल ,रोटी खाएँ | 


बातें करें दोस्तों से जो ,

फोन को ही तो माध्यम बनाएँ ,

मिलने ,मिलाने की तो बातें दोस्तों ,

ये सब अभी तो भूल ही जाएँ | 


सारे मौसम बीत ही जाते ,

सारी ऋतुएँ आती जातीं ,

ये मौसम भी बीत जाएगा ,

इस महामारी को एकजुट होकर भगाएँ | 


हम सब मिलकर जब शक्तिमान बनेंगे ,

सब नियमों का पालन करेंगे ,

तभी हराएँगे महामारी को ,

तभी दुनिया को स्वस्थ बनाएँ | 


Saturday, June 12, 2021

DIL ME ( PREM GEET )

 

                 दिल में

 

आपकी नज़रों ने समझा ,

      डूब कर दिल में मेरे, आपकी --- | 

 

चाँद चमका है गगन में ,चाँदनी फैली यहाँ ,

चाँदनी बोली सजन ,आओ तुम मेरे यहाँ ,

लूटा है मेरे सजन ,तुमने तो दिल को मेरे ,

                                   आपकी ---- | 


धरती दुल्हन बन गई,चूनर सितारों की पहन ,

इंद्रधनुष के रंगों से ,रंग गई मेरी सहन ,

मैं भी चाहूँ मेरे सजन ,बन जाऊँ तेरी दुल्हन ,

                                   आपकी ---- | 


प्यार तेरा पा के मैं , खिल गई हूँ साजना ,

एक तेरे साथ से ही ,मिला है मानो कारवाँ ,

चलते - चलते कारवाँ में ,बज उठीं शहनाईयाँ ,

                                       आपकी ----  | 


SHRIDHDHAA SUMAN ( BHAG - 5 )

 

       श्रद्धा सुमन ( भाग - 5  ) 


 अंबर में नहीं मिली है कवि को ,

   मधुर ,मदिर ,मादक हाला ,

वहाँ नहीं कोई साकी बाला ,

     नहीं है सुंदर सा प्याला ,

दिल उसका है मचल रहा ,

     पीने को मादक हाला | 


अंबर से नीचे को झाँके ,

     तो दिखती है मधुशाला ,

वहाँ तो बैठे पीने वाले ,

     लेकर मस्ती में प्याला ,

सभी मस्त हो झूम रहे थे ,

      पीकर मादक सी हाला |

Friday, June 11, 2021

BATAA DOON ( GEET )

 

                        बता  दूँ 

 

मेरे दिल में आज क्या है ?तू कहे तो मैं बता दूँ ? 

तेरे दिल में आज बस के,उसे प्यार से सजा दूँ | 

 

मुझे प्यार करने वाले ,तूने दिल से मुझको चाहा ,

मेरा प्यार कह रहा है ,मैं तुझे खुदा बना दूँ | 


कोई ढूँढने भी आए ,तो हमें ना ढूँढ पाए ,

तू मुझे कहीं छुपा दे ,मैं तुझे कहीं छुपा दूँ | 


मेरे गेसुओं में छुपकर ,तेरा दर्द चैन पाए ,

तेरे बाजुओं में आकर ,मैं जहां के ग़म भुला दूँ | 



TO HAI ( GHAZAL )

     

                 तो है 

 

तेरे मक़ाम को ,ना भूलेंगे ऐ - साकी ,

हर मोड़ के बाद ,तेरी रह गुजर तो है | 

 

रहेंगे अकेले ना ,किसी मंजिल पे हम ,

मेरे साथ मेरा ,ये हमसफर तो है | 


प्यासे रहेंगे कैसे ? जो तू भी ना पिलाए ,

पीने को ये मेरा ,खूने जिगर तो है | 


दिल कैसे ना हो घायल ? ओ कत्ल करने वाले ,

मेरे दिल के लिए तेरा ,तीरे नज़र तो है | 


Monday, June 7, 2021

PARDES I ( KSHANIKA )

 

          परदेसी 

 

 चले गए साजन परदेस ,

      ले गए मोरा जिया साथ ,

           कैसे बीतें दिन और रात ? 

 

ना याद किया जिसने मुझको ,

    है भुला दिया जिसने मुझको ,

        कैसे भूलूँ मैं उसकी बात ? 


जाने से पहले कहते थे ,

    हम नहीं कहीं भी जाएँगे ,

        पर अब तो ऐसा लगता है ,

             वो लौट के ही ना आएँगे ,

                 थी मन में उनके यही बात | 

 

HUM DONON HI ( GEET )

 

          हम दोनों ही 

 

तुम्हारे मिलने पर साजना ,

    लगा अपना कारवाँ बन गया ,

        सभी अपने थे उस कारवाँ में ,

    चलते हुए कारवाँ मंजिल की ओर बढ़ गया | 


मुस्कानों में डूबे चेहरों से बना कारवाँ ,

    प्यार  ऊँचाइयों पर पहुँच गया ,

        जिंदगी की मौज में बहते -बहते ,

              लहरों में उतराता चला गया | 


हम दोनों एक साथ हैं साजना ,

     प्यार के हम राही हैं साजना ,

        एक दुसरे से दूर तो हम ,

    कभी हो नहीं सकते हैं साजना | 


साथ ही तो रहना है हमको ,

    मुस्कानों के समंदर में डूब के ,

       अभी तो रईस हैं हम साजना ,

गरीब क्यों बनें हम ,अलग रह के साजना | 


गरीब हम हो जाएँगे ,

    अलग -अलग रह के साजना ,

        साथ में रहने पर ,

    हमसे अमीर कोई नहीं साजना | 


कह देते हैं हम दुनिया से ,

    हम से अमीर ,

         यहाँ कोई नहीं रहता ,

मैं और मेरे साजना ,हम दोनों ही साजना | 



Saturday, June 5, 2021

CHHANAKI PAAYAL ( GEET )

 

           छनकी पायल 

 

काँधे से ढलका आँचल ,

   छनकी जो मेरी पायल ,

       मुख पे छाए बादल ,

            छनकी जो मेरी पायल | 

 

वो भी मुझसे बोल ना पाए ,

    नयन भी उनसे मिल ना पाए ,

        नयना उठते कैसे मेरे ? 

             पलकों का था आँचल | 

 

चमक उठे नयना मेरे ,

     उनके आने की आहट से ,

          चमकीले नयनों में साजन ,

               महक उठा मेरा काजल | 

 

रात बीत गई यूँ ही सारी ,

    बोली ना मैं लाज की मारी ,

         होंठ भी तो मैं खोल ना पाई ,

              बोली अंबुआ पे कोयल | 

     

KHWAAB SAA ( PREM )

 

             ख्वाब सा

 

निगाहें थीं द्वार पर ,

                    इंतज़ार था ,

दिल किसी के लिए ,

                    बेकरार था | 

 

अचानक वो आए ,

     पल भर देखा मुस्कुराए ,

पलकें झुकीं पर ,

     लबों की पंखुड़ियाँ खुल गईं ,

                      इज़हार के लिए ,

                      इकरार के लिए ,

                       इंतज़ार था |


मगर ये सोच था ,

     शब्द ना खिले ,होंठ ना हिले ,

कंपकंपाते हाथ उठे और जुड़ गए ,

                     एक शब्द से अलग ,

                    सारे शब्द हो गए ,

                     बेक़रार था |


पलकें फिर उठीं ,

    नजरें उनसे मिल गईं ,

होंठ जो कह ना पाए ,

     सारी बात कह गईं ,

ना ही बोले वो ,

      ना ही कुछ सुना ,

        केवल पलकें उठीं ,

         एक ख्वाब सा बन गया ,

                  इंतज़ार था ,

                  बेक़रार था |

Thursday, June 3, 2021

YAAD AAI ( JALAD AA )

 

    याद आई ( जलद आ ) 

 

दिल की तमन्ना ने ली ,झूम के अँगड़ाई ,

                       मुझे तेरी याद आई ,

सावन में जब कभी भी, ऐसी बदली छाई ,

                       मुझे तेरी याद आई | 

 

आया जो सामने तू ,देखा नजर उठाकर ,

नजरें मिलीं तो खुद हम ,बैठे नजर झुकाकर ,

सपनों में ही है हमने ,तुझसे नजर मिलाई ,

                          मुझे तेरी याद आई | 

 

लब खुल तो गए लेकिन ,वहाँ बोल ही नहीं थे ,

यूँ सामने बैठे हम ,ज्यूँ सामने नहीं थे ,

मन ही में हमने तुझसे ,सब बात है बताई ,

                            मुझे तेरी याद आई | 

 

अब दूर है तू मुझसे ,प्यासी है नजर कब से ,

सावन की बरखा में भी ,मन बादलों को तरसे ,

आजा कि सहन होती नहीं ,तेरी अब जुदाई ,

                               मुझे तेरी याद आई | 

 

Wednesday, June 2, 2021

TERI NAJAR ( GEET )

 

                  तेरी नजर 

 

पल भर में ही सब कुछ कह गई ,

                                तेरी नजर , 

मुझ में ही उलझ के रह गई ,

                              तेरी नजर | 

 

दिल के कहने पे जो ,

उठाई निगाहें अपनी ,

उनमें ही उलझ के रह गई,

                            तेरी नजर | 

 

दिल ने मजबूर किया ,

नजरें मिलाने के लिए ,

दिल में ही उतर के रह गई ,

                        तेरी नजर | 

 

होंठ मेरे हिले कुछ ,

कहने के लिए ,

पर झुकी ही रह गई ,

                       तेरी नजर | 

 

तू जो बोला तो ,

कानों में अमृत घुल गया ,

पर मुझसे शर्मा गई ,

                    तेरी नजर | 

 

तुझे बोलने की कुछ खास ,

जरूरत भी तो न थी क्योंकि ,

पल भर में ही सब कुछ कह गई ,

                           तेरी नजर | 

  

Tuesday, June 1, 2021

BASANT ME GHIRI BADALI ( JALAD AA )

 

 बसंत में घिरी बदली  (  जलद  आ   ) 

 

एक दर्द ,उभर आया है आज ,

एक तड़प ,उठी है दिल में जाग | 

 

बीती यादें ,

फूल बन के खिलीं बसंत में ,

हरियाली छायी ,

बदली घिर आयी | 

 

पतझड़ भी ,

यादगार बन आया फिर से ,

दर्पण के ,

सम्मुख खड़ी हो निहारा ,

बालों की ,

एक लट सफ़ेद हो आयी | 

 

ये ईनाम ,

है बसंत का ,

जिसने ,

बदली को बुलाया ,

फूलों की ,

खुश्बु नहीं ,दामिनी से डराया| 

 

मैं तो ,

सारी रात ही ,

सिकुड़ी सी ,

सो गई ,सो गई |