हम दोनों ही 
 
तुम्हारे मिलने पर साजना ,
    लगा अपना कारवाँ बन गया ,
        सभी अपने थे उस कारवाँ में ,
    चलते हुए कारवाँ मंजिल की ओर बढ़ गया | 
मुस्कानों में डूबे चेहरों से बना कारवाँ ,
    प्यार  ऊँचाइयों पर पहुँच गया ,
        जिंदगी की मौज में बहते -बहते ,
              लहरों में उतराता चला गया | 
हम दोनों एक साथ हैं साजना ,
     प्यार के हम राही हैं साजना ,
        एक दुसरे से दूर तो हम ,
    कभी हो नहीं सकते हैं साजना | 
साथ ही तो रहना है हमको ,
    मुस्कानों के समंदर में डूब के ,
       अभी तो रईस हैं हम साजना ,
गरीब क्यों बनें हम ,अलग रह के साजना | 
गरीब हम हो जाएँगे ,
    अलग -अलग रह के साजना ,
        साथ में रहने पर ,
    हमसे अमीर कोई नहीं साजना | 
कह देते हैं हम दुनिया से ,
    हम से अमीर ,
         यहाँ कोई नहीं रहता ,
मैं और मेरे साजना ,हम दोनों ही साजना |