परदेसी
चले गए साजन परदेस ,
ले गए मोरा जिया साथ ,
कैसे बीतें दिन और रात ?
ना याद किया जिसने मुझको ,
है भुला दिया जिसने मुझको ,
कैसे भूलूँ मैं उसकी बात ?
जाने से पहले कहते थे ,
हम नहीं कहीं भी जाएँगे ,
पर अब तो ऐसा लगता है ,
वो लौट के ही ना आएँगे ,
थी मन में उनके यही बात |
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