तेरी नजर
पल भर में ही सब कुछ कह गई ,
तेरी नजर ,
मुझ में ही उलझ के रह गई ,
तेरी नजर |
दिल के कहने पे जो ,
उठाई निगाहें अपनी ,
उनमें ही उलझ के रह गई,
तेरी नजर |
दिल ने मजबूर किया ,
नजरें मिलाने के लिए ,
दिल में ही उतर के रह गई ,
तेरी नजर |
होंठ मेरे हिले कुछ ,
कहने के लिए ,
पर झुकी ही रह गई ,
तेरी नजर |
तू जो बोला तो ,
कानों में अमृत घुल गया ,
पर मुझसे शर्मा गई ,
तेरी नजर |
तुझे बोलने की कुछ खास ,
जरूरत भी तो न थी क्योंकि ,
पल भर में ही सब कुछ कह गई ,
तेरी नजर |
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