मुस्कुरा दी
तड़प जो दिल में तुमने बसा दी ,
तो मैं मुस्कुरा दी ,
जीने की हसरत भी तुमने मिटा दी ,
तो मैं मुस्कुरा दी |
तेरी याद में हम जग को भूले ,
याद जो मेरी तुमने ही भुला दी ,
तो मैं मुस्कुरा दी |
आईं बहारें पर तुम ना आए ,
फूल खिले पर दिल मुरझाए ,
हमने खिजां पे बहारें लुटा दीं ,
तो मैं मुस्कुरा दी |
हमने तुमको जाना अपना ,
पर टूटा ये सपना अपना ,
तुमने तो हमारी हस्ती ही मिटा दी ,
तो मैं मुस्कुरा दी |
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