Tuesday, November 5, 2024

AASHEERVAD ( PREM )

आशीर्वाद 
 
मयंक और सुकृति के अँगना में ,
एक नन्हीं कली खिली, 
सबको है खुशी मिली ,
सबने उसे खुश हो निहारा ,
वाणी ,वाणी कहकर पुकारा ।

सरगम से स्वर उसके ,
घर में हैं गूँजते ,
परिवार वालों के 
दिल में हैं पहुँचते ।

जब कदम बढ़ाएगी,वाणी,
सभी को दौड़ाएगी, वाणी,
पकड़ो-पकड़ो का शोर होगा ,
जो पकड़ेगा ,लिपटेगी उससे वाणी। 

जीवन वाणी का भरे खुशियों से ,
प्यार वाणी को मिले सभी का ,
मुस्कानें बिखरा कर, 
महक फैलाएगी चहुँ ओर वाणी।

प्यार सहित --मिथलेश आज़ाद

 

 

 

 




No comments:

Post a Comment