Wednesday, November 13, 2024

REKHAAEN ( KSHANIKAA )

 

                                   रेखाएँ 


रेखाओं का हर खेल है ,जो मिला हमें ईश्वर से ,

उन्हीं के जाल में फँसे हैं हम,जो मिला हमें ईश्वर से ,

जो मिला हमें है बंधु ,वो है अपनी किस्मत का ,

नहीं छीन सकता है बंधु ,कोई भी ,कभी भी उसको || 


जिंदगी हमारी ये ,देन है ईश्वर की ,सहेजना है हमको ,

इस दुनिया में जिंदगी को ,बिताना है हमको ,

भाग्य की रेखाओं को ,कर्मों की रेखाओं से ,

सोने जैसा चमकाना है हमको || 


वैसे बंधु ये जिंदगी ,एक बख्शीश है ईश्वर की ,

जो मिली है हमें ,सौगात में ,

इस जिंदगी में ,प्रवेश करते समय ,

हम रोते - रोते आते हैं || 


अपने कर्मों की ऐसी रेखाएँ ,खींच दो बंधु ,

कि इस दुनिया को ,अलविदा कहने के समय ,

दूसरे हमें अश्रुपूर्ण ,नयनों से विदा करें ,

हमारे सुंदर कर्मों के लिए ,याद करें हमको || 


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