रेखाएँ
रेखाओं का हर खेल है ,जो मिला हमें ईश्वर से ,
उन्हीं के जाल में फँसे हैं हम,जो मिला हमें ईश्वर से ,
जो मिला हमें है बंधु ,वो है अपनी किस्मत का ,
नहीं छीन सकता है बंधु ,कोई भी ,कभी भी उसको ||
जिंदगी हमारी ये ,देन है ईश्वर की ,सहेजना है हमको ,
इस दुनिया में जिंदगी को ,बिताना है हमको ,
भाग्य की रेखाओं को ,कर्मों की रेखाओं से ,
सोने जैसा चमकाना है हमको ||
वैसे बंधु ये जिंदगी ,एक बख्शीश है ईश्वर की ,
जो मिली है हमें ,सौगात में ,
इस जिंदगी में ,प्रवेश करते समय ,
हम रोते - रोते आते हैं ||
अपने कर्मों की ऐसी रेखाएँ ,खींच दो बंधु ,
कि इस दुनिया को ,अलविदा कहने के समय ,
दूसरे हमें अश्रुपूर्ण ,नयनों से विदा करें ,
हमारे सुंदर कर्मों के लिए ,याद करें हमको ||
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