Tuesday, November 5, 2024

ANGNAA MEIN ( JALAD AA )

 

                                  अँगना में 


नील गगन पर उड़ते जाते ,कारे - कारे बदरा ,

आजा रे ,आजा मेरे ,घर के अंगना में ,

पानी लेकर ,पवन के संग ,

आजा रे ,आजा मेरे ,घर के अँगना में || 


दोस्त मेरे ,तू , मैं और पवन ,

खेलेंगे मेरे अँगना में ,

खूब सारा जल लेकर तू ,

आजा रे ,आजा मेरे ,अँगना में || 


अरे दामिनी को भी लाना ,साथ अपने ,

चारों हम मिल खेलेंगे ,

मनेगी पिकनिक ,हम चारों की ,

सुनो दोस्तों ,मनेगी मेरे घर के अँगना में || 


ऐसी पिकनिक होगी दोस्तों ,

खूब ही नाच ,गाना होगा ,

खाना ,पीना और गप्पों का पिटारा खुलेगा ,

सब खुल जाएगा दोस्तों ,मेरे घर के अँगना में || 


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