Thursday, November 7, 2024

MERAA CHANDRAMAA ( CHANDRAMA )

 

                          मेरा चंद्रमा 


बादलों की ओट से ,निकला जो मेरा चंद्रमा ,

खिड़की से मैंने देखा ,चमका जो मेरा चंद्रमा ,

चाँदनी फैली यहाँ - वहाँ ,मुस्काया जो मेरा चंद्रमा || 


चाँदनी को देखकर ,दामिनी भी गरजी ,

बादलों के बीच से ,बरखा भी बरसी ,

बरखा की बूँदों को देख ,खिलखिलाया मेरा चंद्रमा || 


बादलों ने कहा ,कहाँ पर नजर है तुम्हारी ?

बरखा भी बरसते हुए बोली ,चाँदनी है बहुत प्यारी ,

इन बातों को सुनकर ,शर्माया मेरा चंद्रमा || 


दिन यूँ ही बदलते जाते हैं ,समय नहीं रुकता ,

जिंदगी बीतती जाती है ,वक्त नहीं थमता ,

तभी तो दोस्तों सबसे प्यारा ,दोस्त है मेरा चंद्रमा || 


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