Sunday, January 3, 2021

DAIRY ---1 ( LEKH )

 

   डायरी --1  (  04 /01 /2021  )

जिंदगी में पहली बार 2021 में डायरी

लिख रही हूँ | आज से बहुत पुरानी बात 

है | कुछ मजबूरियाँ सभी की जिंदगी में

आती होंगी | मेरी जिंदगी में भी मजबूरी 

आई | पति के एक्सीडेंट के बाद पति को 

नौकरी छोड़नी पड़ी ,उस समय एक

गृहिणी घर को कैसे चलाए ?

धन की आवश्यकता तो होती ही है | ऐसे

में कैसे और क्या हो ? कुछ समझ में नहीं 

आ रहा था |

तभी मेरे बेटे के स्कूल की इंचार्ज ने ( मेरा

बेटा कक्षा -1 में पढ़ रहा था ) मुझे स्कूल 

( नर्सरी  ) में बुलाया और दैनिक वेतन पर 

अध्यापन कार्य दिया | कृतज्ञता से मेरी आँखें 

नम हो आईं | ऐसे व्यक्ति भी दुनिया में होते 

हैं | धन्यवाद उन्हें बहुत -बहुत ,जो निस्वार्थ

भाव से ही दूसरों की मदद करते हैं |

       एक बार फिर से उनका धन्यवाद |

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