Wednesday, January 20, 2021

MERI ALPANA ( POETRY MAIRATHAN )

          

         मेरी अल्पना 

मेरी नहीं गुड़िया ,मेरी अल्पना ,

नाचे मेरे अँगना ,मेरी अल्पना ,

अल्पना ने बनाई ,एक अल्पना ,

मुस्कान के तारों से सजाई अल्पना ,

फूलों की खुशबु से महकाई अल्पना ,

प्यार के धागों से बंधाई अल्पना ,

नाच की ताल से थिरकाई अल्पना ,

सूरज के दीये से जगमगाई अल्पना | 

 

मुस्कानों से मुस्कुराई अल्पना ,

खिलखिलाहटों से खिलखिलाई अल्पना ,

रंगों से रंगाई अल्पना ,

हमारे दिलों को है भाई अल्पना ,

सभी के दिलों को है भाई अल्पना | 

 

 

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