Wednesday, January 6, 2021

DAYARI -- 4 ( 07/01 /2021 )

 डायरी  --  4  (07 /01 /2021 )

डायरी आज तुम्हें अपनी बचपन की 

मित्र से मिलवाती हूँ | तुम्हें भी वह बहुत

 पसंद आएगी | उसका नाम पूनम है | एक 

साथ स्कूल में पढ़ते -पढ़ते बड़े हुए हम 

दोनों | साथ स्कूल जाते और साथ ही लौटते | 

घर पर भी साथ -साथ ही पढ़ते | कॉलेज में 

भी साथ ही पढ़े | शादी के बाद अलग शहर 

में बसे | मगर मिलना -जुलना बना रहा | 

प्यार में दूरियाँ तो समाप्त ही हो जाती हैं | 

स्कूल ,कॉलेज की यादें मिलने पर ताजा हो 

जाती हैं | उसके पति हम दोनों को 

" लंगोटिया यार " कहते हैं ,तो खूब ठहाके 

लगते हैं | धन्यवाद डायरी ,मेरी दोस्त से 

मिलने के लिए | 



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