Sunday, January 31, 2021

MERE BAABU JI ( GEET )

     

 

       मेरे बाबू जी

एक था बचपन ,मेरा बचपन , 

बचपन के एक बाबू जी थे ,

सीधे - सच्चे बाबू जी थे ,

प्यारे - न्यारे बाबू जी थे ,

दोनों का प्यारा था बंधन ,

एक था -- | 

बाबू जी थे बहुत अनोखे ,

प्यार वो करते मुझको ज्यादा ,

उनके प्यार में डूब के मैं तो ,

खुश -खुश रहती ज्यादा -ज्यादा ,

एक था -- | 

बाबू जी ने प्यार दिया ,

अपना मुझे दुलार दिया ,

बिटिया - बिटिया कह कर के ,

अपना सब कुछ वार दिया ,

एक था -- | 

आज वो ना जाने कहाँ गए ? 

दूर वो किस जहां में गए ? 

जहाँ वो होंगे ,मुझे देखते होंगे ,

सारा अपना आशीष मुझे देते होंगे ,

एक था -- | 

दुनिया से सब जाते हैं ,

वो भी जाने किस लोक में ? 

इस लोक में जन्म बिताकर ,

पहुँच जाते हैं वो परलोक में ,

एक था बचपन ---- |


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