Saturday, April 10, 2021

BAGIYA MERI ( GEET )

 

            बगिया मेरी 

 

बहुमंजलीय इमारत के फ्लैट में ,

बगीचा बनाना है मुश्किल दोस्तों ,

मगर वहाँ बगीचा बनाया हमने दोस्तों ,

छत पर गमले रख ,पौधे लगाकर ,

वो पौधे सजाए हमने दोस्तों | 

 

बहुत से थे पौधे ,तुलसी ,पुदीना ,नीम ,

एलोवेरा ,करी -पत्ता और थे फूलों वाले ,

सभी से हमें प्यार इतना था ,

कि हम उनकी देखभाल ,

अपने से ज्यादा करते थे दोस्तों | 

 

खिलते खूब फूल ,बगिया में हमारी ,

महसूस हमें होता ,हमारी यही हैं ,

गुलमर्ग की हसीन वादियाँ दोस्तों ,

तारों की छाँव में ,बगिया में अपनी ,

कुर्सी डालकर बैठना तो लाजवाब था दोस्तों | 

 

अपने पौधों से हम बातें करते थे दोस्तों ,

उनको छूने और बातें करने पर ,

लगता था वो भी जवाब दे रहे हैं दोस्तों ,

मेरे साथ वो भी मुस्कुरा रहे हैं दोस्तों | 

 

वो अहसास अनोखा था दोस्तों ,

आज वो बगिया छूट गई है दोस्तों ,

मगर उस जीवन का ,

उन खुश्बुओं का अहसास ,

अभी भी मेरे अंदर है दोस्तों ,

आज आपसे भी अपने दिल का ,

अहसास शेयर किया है दोस्तों | 

 

 

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