डायरी मेरी सखि
डायरी ओ डायरी ,भायली है तू मेरी ,
बातचीत ना हुई ,कई दिन से तेरी मेरी |
आज तो समय निकाल ,गपशप का री सखि ,
कई दिन की गप्पों को ,आज मार लें सखि |
कल मुझे कोरोना वैक्सीन, की दूसरी डोज मिली ,
तू बता मुझको ,तूने लगवाई क्या सखि ?
क्या कहा ? तूने नहीं लगवाई ,
मेरी सखि होकर ,तूने क्यों नहीं लगवाई ?
चल जल्दी रजिस्ट्रेशन ,करा वैक्सीन के लिए ,
कोरोना से बचने का ,यही है उपाय सखि |
हो गया रजिस्ट्रेशन ,वैक्सीन लगवाई ,
तू भी अब हो जाएगी ,सुरक्षित मेरी सखि |
आगे भी दूसरी डोज ,समय पर लेना सखि ,
दूसरों को भी इसके लिए ,प्रेरित करना सखि |
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