Friday, April 2, 2021

DAAYARI MERI SAKHI

 

           डायरी मेरी सखि 

 

डायरी ओ डायरी ,भायली है तू मेरी , 

बातचीत ना हुई ,कई दिन से तेरी मेरी | 


आज तो समय निकाल ,गपशप का री सखि ,

कई दिन की गप्पों को ,आज मार लें सखि | 


कल मुझे कोरोना वैक्सीन, की दूसरी डोज मिली ,

तू बता मुझको ,तूने लगवाई क्या सखि ? 

 

क्या कहा ? तूने नहीं लगवाई ,

मेरी सखि होकर ,तूने क्यों नहीं लगवाई ? 

 

चल जल्दी रजिस्ट्रेशन ,करा वैक्सीन के लिए ,

कोरोना से बचने का ,यही है उपाय सखि | 


हो गया रजिस्ट्रेशन ,वैक्सीन लगवाई ,

तू भी अब हो जाएगी ,सुरक्षित मेरी सखि | 


आगे भी दूसरी डोज ,समय पर लेना सखि ,

दूसरों को भी इसके लिए ,प्रेरित करना सखि |

 

 

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