Thursday, June 9, 2022

KAUN JHANKAAE ( JIVAN )

 

                       कौन झंकाए ?

 

बड़ा बदलाव हो हर जगह ,रूप दुनिया का हो नया ,

मगर करेगा कौन ?ये सोचो ,हर रास्ता नया | 

 

जीवन खुशियों में डूबा हो ,ना हो ग़म की परछाईं ,

मगर करेगा कौन ? ये सोचो ,दूर काली परछाईं |

 

आँगन खुश्बु से महका हो ,फूलों की रंगत हो छाई ,

मगर करेगा कौन ? ये सोचो ,बगिया में फूलों की भरपाई | 

 

घरों में रोशन हो हर कोना ,चमक जाए ,दमक जाए ,

मगर करेगा कौन ? ये सोचो ,कौन सूरज को ले आए ? 

 

गीत ,संगीत हो हर ओर ,प्यार के नगमे गुंजाएँ ,

मगर करेगा कौन ? ये सोचो ,जलतरंग कौन झंकाए | 

 

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