Monday, June 6, 2022

ROSHAN KAROON ( JIVAN )

 

                     रोशन करूँ 

 

नहीं रश्मियाँ सूरज की ,अपने अंदर बसतीं ,

नहीं चंदनिया चाँद की ,अपने अंदर चमकती | 

 

नहीं रोशनी कोई है , अपने दिल के अंदर ,

जो जग को चमकाए ,रोशन उसे कर जाए | 

 

दी ईश्वर ने रोशनी ,सूरज ,चाँद ,सितारों को ,

वो ही चमकाते हैं ,इस धरा के ज़र्रों को | 

 

सीरत दे दो ईश्वर ,नन्हें चिराग के जैसी ,

कुछ तो जग रोशन करूँ,कुछ कण को रोशन करूँ | 

 

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