कारवां दोस्ती का
बीत रहा है ये वर्ष भी ,कुछ घंटों के बाद तो ,
ये वर्ष भी बस जाएगा यादों में ,
जैसे अभी तक के वर्ष बसे हैं ,यादों में |
एक -एक करके ,कितने ही वर्ष बीत गए हैं ?
ऐसे ही तो दोस्तों ,लंबी उम्र भी बीत गई है ,
सारी यादें बस गईं हैं दिल में |
कुछ खट्टी ,कुछ मीठी यादें ,
कुछ उलझी , कुछ सुलझी यादें ,
कुछ याद रहीं , कुछ भूली यादें ,
कुछ अपनी ,कुछ अपनों की यादें |
प्रतिलिपि के जरिए , आप सब से जुड़ने की यादें ,
कुछ नए दोस्त बनते गए ,मिलते गए ,
और ये दोस्ती का कारवां ,बढ़ता गया ,बढ़ता गया |
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