लबालब
धन चाहे जितना भी कमाओ ,
मत उस धन के दरिया में डूब जाओ ,
सब अपनों का मान बढ़ाओ ,
सब अपनों के अपने बन जाओ |
प्यार करो और प्यार ही बाँटो ,
डूबना है तो प्यार में डूब जाओ ,
प्यार से दूसरों की तकलीफें खरीद लाओ ,
और प्यार से दूसरों को सुकूं दे आओ |
फिर देखो दोस्तों ,सभी अपने हैं ,
और तुम्हारा जीवन ,कितना सुकूं में डूबा है ,
इसी धन को जोड़कर दोस्तों ,
अपना अकाउंट लबालब कर लो |
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