बिना साहिल
साहिल ने बाँध के रखा है सागर को ,
अगर साहिल नहीं होता तो क्या होता ?
अगर ऐसा होता तो सागर अनंत हो जाता ,
कहीं कोई छोर ना होता |
बिना साहिल के सागर प्रेमी ना आते ,
ना सागर से हाथ वो मिलाते ,
ऐसे में तो सागर ,अकेला ही रह जाता ,
कहीं कोई दोस्त या प्रेमी नहीं होता |
बिना साहिल के सागर की ,
लहरें क्या करतीं ?
कैसे वो चंचला बन ? उछल -कूद करतीं ,
कैसे वो सागर के दिल की बातें ?
दूसरों तक पहुँचाती ,खिलखिलातीं |
बिना साहिल के लहरें ,वापस कहाँ जातीं ?
दोस्तों की बातें ,कैसे सागर सुनातीं ?
कहकहे लगाकर ,कैसे सागर को खुश कर जातीं ?
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