दुनिया महकी
मिले दो अजनबी एक दिन ,जान - पहचान हुई ,
धीरे - धीरे बंधु उन दोनों में ,दोस्ती होती गई |
मिलते रहे वो दोनों ,दोस्ती बढ़ती गई ,
और फिर बंधु उनकी ,ये दोस्ती प्यार में बदल गई |
प्यार हुआ ,मुस्कुराहटें बढ़ीं ,दोनों की राहें एक हुईं ,
पनपा भरोसा ,विश्वास बढ़ता गया ,
और दोनों के दिल की कली खिल गई |
तारों की चमक आँखों में ऐसी बढ़ी ,
राहें दोनों की मानो जगमगा उठीं ,
मुस्कानों के फूल खिले जो राहों में ,
महक से उनकी दुनिया महक गई |
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