Thursday, January 26, 2023

SUNDAR JIVAN ( JIVAN )

              

                         सुंदर जीवन 


मन का मेल किसी से ,हो जाता नहीं यूँ ही बंधु ,

मन के मुताबिक जब कोई ,मिल जाता है बंधु ,

मगर कैसे मिलेगा कोई ? मन के मुताबिक बंधु ,

हमें भी तो ढलना पड़ता है ,

उसके मन के मुताबिक बंधु | 


अपनेपन के धागों से ,बुनने और सिलने पर ही ,

हम ऐसा कोई इंसान ,ढूँढ सकते हैं बंधु ,

जो हमारे मन मुताबिक हो ,

और हम जिसके मन मुताबिक हों | 


अधिक खोजबीन की जरूरत नहीं बंधु ,

जो कुछ हमारे पास है ,वही सबसे बेहतर है ,

अगर हम समझ जाएँ ,तो जीवन सुंदर बन जाएगा | 


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