अधजल गगरी
कहावत तो सुनी होगी ,"अधजल गगरी छलकत जाए ",
थोड़े ज्ञान को रखने वाला इंसान ही ,
अपना बखान करता है ,
ज्ञानी इंसान कभी दिखावा नहीं करता |
समंदर बड़ा होकर भी ,अपनी सीमा पार नहीं करता ,
अपनी सीमा के अंदर ही रहता ,
लहरें भी कुछ दूर तक आती हैं ,
मगर फिर वापस समंदर में समा जाती हैं |
इंसान छोटा है फिर भी ,
बड़ा होने का दिखावा करता है ,
अपनी सीमा को लाँघने का ,
निरंतर प्रयास करता है |
तो बंधु ज्ञान बढ़ाओ ,खूब बढ़ाओ ,
मगर उसका प्रदर्शन मत करो ,
ज्ञान का इस्तेमाल ,सही जगह करो |
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