Saturday, October 7, 2023

GARJAN ( JALAD AA )

 

                          जलद आ 


आया बदरा झूम के ,गर्जन के साथ ,

 साथ ले दामिनी को ,तर्जन के साथ ,

दोनों ही खिलखिलाएँ ,बच्चों को वो डराएँ ,

धीरे बदरा धीरे ,धीरे करो गर्जन | 


रिमझिम सी बरखा आई ,बच्चों का डर है भागा ,

खेलें वो बरखा में ,मौसम है भीगा - भागा ,

बच्चों के खेल देखे ,तो दोनों मुस्कुराए ,

दोनों की ही धीरे - धीरे ,कम हो गई गर्जन | 


बच्चों ने बनाई कश्ती ,कागज की ,और तैराई ,

जिधर को कश्ती तैरी ,उधर ही दौड़ लगाई ,

दोनों की आवाज में ,बच्चों ने आवाज मिलाई ,

बच्चों के मुकाबले ,कम थी दोनों की गर्जन | 


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