सरल
बिल्कुल सीधा - सादा सा ,एक शब्द है सरल ,
बहते पानी सा ,मीठी बानी सा ,एक शब्द है तरल ,
जो बहता रहता है ,जो हर जगह सजता रहता है ||
दिन में चमकते सूरज जैसा ,रात में चम -चम चंदा जैसा ,
अँधियारे को दूर करे ,सारे जग को रोशन करे ,
जो बहता रहता है ,जो हर जगह सजता रहता है ||
पवन के समान ,जो उड़ता रहता हर ओर ,
पवन के समान ,जो जीवन देता रहता सबको ,
साँसों में बसता है ,जीवन दान देता है ||
ऐसा शब्द सरल है ,मगर क्या हम सरल हैं ?
सबसे कठिन है ,सरल होना ,
सरलता अपनानी ही ,सबसे कठिन है ||
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