Monday, October 9, 2023

UDAAN HAUSLON KII ( JIVAN )

 

                     उड़ान हौसलों की 


हर पतंग उड़ती है ,डोर से बंध के ,

तुम उड़ो ,हौसलों की डोर से बंध के ,

इस डोर को लंबा कर लो दोस्तों ,

ताकि आसमान छू सको || 


अपने सपनों का आसमान ,

बहुत बड़ा और ऊँचा कर लो ,

डोर को मजबूती से सपनों से ,

बाँध लो ,और उड़ जाओ ऊँचे ,बहुत ऊँचे || 


जितने मजबूत हौसले होंगे ,उतनी ही ऊँची उड़ान ,

ऐसा होगा दोस्तों तभी तो , सजेगा सपनों का जहान ,

और तभी तो बाँहों में होगा ,

सपनों का खुला और ऊँचा आसमान || 


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