दो कोहिनूर
1) बापू ---
तन पे लंगोटी ,हाथ में लाठी ,
साथ में जज़्बा देश - भक्ति का ,
जीवन अर्पण जब किया था उसने,
नहीं था जोर उसमें शक्ति का |
बसी अहिंसा जेहन में थी ,भाई - चारा दिल में बसा था ,
ऐसे ही उसने देश में ,एकता का सूत्र कमर में कसा था |
2 ) लाल बहादुर ---
कद में छोटे ,भाव में बड़े ,एक ही आवाज में ,
सभी को एक सूत्र में पिरोने वाले ,एक ही राह में |
देश के अन्नदाता ( किसान ) ,और देश के रक्षक ( जवान ),
सभी पिरोए एक सूत्र में ,ख़त्म किए देश के भक्षक ( दुश्मन ),
ऐसे थे हमारे देश के "दो कोहिनूर ",
शत -शत नमन ,नमन और नमन |
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