Thursday, October 5, 2023

THAHAKON SE (JIVAN )

 

                                 ठहाकों से 


अपना दिल तो अपना है ,खुश तुम उसे बनाओ ,

मुस्कानों की नदिया में ,डुबकी खूब लगाओ | 


जिम्मेदारी है तुम्हारी ,दिल को खुश कर जाओ ,

नहीं तो बंधु जीवन में ,उदासी ही तुम पाओ | 


खुश हो जाए दिल जब ,मुस्कानें उग जाएँ ,

तभी तो बंधु जग में तुम ,मुस्कानें फैलाओ | 


बात शुरू हो कैसी भी ? मुस्कानों में ढल जाए ,

खत्म ठहाकों से करो ,तभी तो ख़ुशी बढ़ जाए | 

 

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