बातचीत
चुप हैं वो ,मैं भी चुप ,
बात ही न है ,तो कैसे चलेगी चीत ?
बातचीत ,बातचीत बातचीत |
हीं है ,ना उनकी ,ना मेरी ,जब बात नहीं
वो जब बोलेंगे ,तो मैं जवाब दूँगी ,
मैं जब बोलूँगी ,तो वो जवाब देंगे ,
तभी तो चलेगी दोनों की ,
बातचीत ,बातचीत ,बातचीत |
प्रतिलिपि में दोस्तों ,
कुछ तुम सुनाओ ,कुछ मैं सुनाऊँ ,
आगे तभी बढ़ेगी ,हम सब की ,
बातचीत ,बातचीत ,बातचीत |
चुप्पी तो बेहतर है ,बड़बोलेपन से ,
मगर बातचीत बेहतर है ,
अपनों से अपनेपन से ,
आप सब अपने हो ,तो बेहतर है ,
बातचीत ,बातचीत ,बातचीत |
No comments:
Post a Comment