Saturday, August 29, 2020

INSANI HAK KI LADAI (PRERAK KATHA )

       इंसानी हक़ की लड़ाई 

 

दुनिया में आते ही ,बुद्धिमान प्राणी मानव ने ,

अपनी धरती ,अपना पानी ,अपनी हवा चाहा ,

मेरी धरती ,मेरा पानी ,मेरी हवा कहा ,

क्या सब कुछ उसका है ? 

 

प्रकृति ने सब कुछ बनाया ,मिला मानव को ,

उपयोग सभी का किया ,मानव ने ,

हक़ सभी पे जमाया ,मानव ने ,

क्या मानव ही सब कुछ है ? 

 

प्रकृति के बनाए नियमों को ,

मानव ने नहीं अपनाया ,

उसने प्रकृति का विनाश किया ,

पर्यावरण को सताया | 

 

मानव प्रकृति के नियमों को गर मानता ,

प्रकृति का विनाश वह नहीं करता ,

पर्यावरण को नहीं बिगाड़ता ,तो प्रकृति उसे मालामाल कर देती ,

जितना अभी दिया है ,उससे कई गुना देती | 

 

हक़ माँगने की जरूरत नहीं होती ,

कर्तव्य पूरे करने पर ,

हक़ स्वयं ही मिल जाते हैं ,

उसके लिए लड़ाई की जरूरत नहीं होती |

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