बीते दिन
याद करती हूँ तुमको मैं प्रियतम ,
भूलो ना साजन मुझे तुम ,
प्यार चाहा था मैंने तुमसे ,
न दो ,मगर यूँ ना रूठो तुम |
वो वादे ,वो कसमें वफ़ा की ,
जो खाईं थीं तुमने कभी साजना ,
क्या भूल गए सब साजना ?
किया था कोई वादा कभी साजना |
बीते दिन जब याद आते हैं ,
मुस्कानों में भी आँसू निकल आते हैं ,
ऐसे वक्त में हम दिलबर ,
दिल को दर्दों में डूबा पाते हैं |
एक जो याद दे गए हो तुम ,
वही है जीने का सहारा भी ,
ना आओगे तुम अगर प्रियतम ,
हम उसी के साथ वक्त काटेंगे |
वो सहारा है साथ दुनिया में ,
पर मेरे पास तुम नहीं हो अब ,
काश एक बार तो मेरे जीवन ,
लौट आओ ,लौट आओ ,लौट आओ |
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