मन - मीत
मुझको नजरें नई दिला दे कोई ,
आज फिर बोलना सिखा दे कोई |
ग़म - ए -तनहाई है जानलेवा ,
आज साथी मेरा लौटा दे कोई |
बीती यादों ने दिल में जख़्म किए ,
कैसे उनको भला कोई सिए ?
मेरे अहसासों को भुला दे कोई |
मेरा मन -मीत खो गया है कहीं ,
प्यार को तड़पता है दिल मेरा ,
मेरे मन - मीत को बुला दे कोई |
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