ये साथी
हर राह फूलों से सजी मिले ,
हर सेज पे कलियाँ बिछीं मिलें ,
मेरे हमदम यूँ ही तुमको ,
जीवन में खुशियाँ ही मिलें |
आए यूँ ही हर साल नया ,
लेकर खुशियों की बारातें ,
मुस्कानों भरे दिन हों साथी ,
कहकहों से गूँज जाएँ रातें |
खुशियों में डूब जाना तुम ,पर ,
इस कदर ना उनमें खो जाना ,
अपनी इस साथी को भी तब ,
अनजाने ही ना भूल जाना |
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