सपने पलेंगे
कदम ना रुके तेरे ,कदम ना रुके मेरे ,
चलते हीगए ,दोनों के कदम ,साथ ही साथ ,
जीवन भी दोनों का ही ,चलता गया साथ ही साथ ||
रोकना नहीं तुम ,अपने इन कदमों को ,
सुला नहीं देना तुम ,अपनी आँखों के सपनों को ,
कदमों और सपनों को ,पूरा कर लेना ,तुम साथ -साथ ||
मंजिल मिलेगी वहीं ,जहाँ तुम्हारे सपने पलेंगे ,
जीवन में फूल खिलेंगे वहीं ,जहाँ सपने पूरे होंगे ,
जीवन महक जाएगा ,तुम्हारा और मेरा साथ - साथ ||
मंजिलों के निशान ,हमेशा पता देते हैं अपना ,
क्योंकि उन्हें पता होता है ,हमारा हर सपना ,
हमारे सपनों में ही छिपा होता है ,
मंजिल की राह और पता साथ - साथ ||