Sunday, April 28, 2024

BEVAJAH MUSKANEN ( JIVAN )

 

                        बेवजह  मुस्कानें


वजह ना ढूँढो खुश रहने की ,बेवजह ही खुश रहा करो ,

वजह जो ढूँढोगे तुम जग में ,कमाई सारी खर्च करोगे ,

वजह बहुत मँहगी होगी ,सारी पूँजी गँवाओगे ,

मगर -ए -दोस्त ,फिर भी तो ,खुश ना तुम हो पाओगे || 


हर समय तुम मुस्कानें ओढ़ो,दूजों को भी खुश कर दो ,

दूजे जो मुस्काए तो ,तुम भी मुस्कानें पाओगे ,

जीवन भी मुस्काए तुम्हारा ,बाँटो मुस्कानें सब को ,

ऐसे ही तो तुम ऐ -दोस्त ,अच्छे कर्म कमाओगे || 

 

समय हमेशा बहता है ,तेज वेग से उड़ता है ,

तुम भी बह जाओ और ,उड़ जाओ समय के साथ दोस्तों ,

जीवन की इस बगिया में तुम ,खुशियों के फूल खिलाओगे ,

होठों पे मुस्कानें लाओगे ,होठों पे मुस्कानें लाओगे || 

 

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