बेवजह मुस्कानें
वजह ना ढूँढो खुश रहने की ,बेवजह ही खुश रहा करो ,
वजह जो ढूँढोगे तुम जग में ,कमाई सारी खर्च करोगे ,
वजह बहुत मँहगी होगी ,सारी पूँजी गँवाओगे ,
मगर -ए -दोस्त ,फिर भी तो ,खुश ना तुम हो पाओगे ||
हर समय तुम मुस्कानें ओढ़ो,दूजों को भी खुश कर दो ,
दूजे जो मुस्काए तो ,तुम भी मुस्कानें पाओगे ,
जीवन भी मुस्काए तुम्हारा ,बाँटो मुस्कानें सब को ,
ऐसे ही तो तुम ऐ -दोस्त ,अच्छे कर्म कमाओगे ||
समय हमेशा बहता है ,तेज वेग से उड़ता है ,
तुम भी बह जाओ और ,उड़ जाओ समय के साथ दोस्तों ,
जीवन की इस बगिया में तुम ,खुशियों के फूल खिलाओगे ,
होठों पे मुस्कानें लाओगे ,होठों पे मुस्कानें लाओगे ||
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