Tuesday, April 23, 2024

AATMSAAT ( DOHAA )

 

                             आत्मसात


गुरु से ज्ञान जो चाहिए ,खुद ही गुरुकुल में जाय ,

भाव - भक्ति से उनके ,चरणं  में शीश नवाय || 


एक - एक शब्द पे उनके ,जो तू ध्यान लगाय ,

तभी तो बंधु तुमको ,ज्ञान मिलेगा आय || 


जो कुछ ज्ञान मिले ,आत्मसात करो ,

साथ में तुम गुरु का ,शुक्रिया तुम करो || 


आत्मसात उस ज्ञान को , जीवन में तुम उतारो ,

और उससे अपना ,जीवन तुम सँवारो ||  


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